बिप्लब कुमार देब के त्रिपुरा के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के एक दिन बाद 15 मई 2022 को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष माणिक साहा ने राज्य के अगले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली है।
69 वर्षीय डॉ साहा ने त्रिपुरा के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है।
वह राज्यसभा सांसद भी हैं:
साहा जिन्हें भाजपा ने त्रिपुरा के नए मुख्यमंत्री के रूप में चुना है वह राज्यसभा से पार्टी के सांसद भी हैं।
भाजपा अपने नए सीएम से पूर्वोत्तर राज्य में बहुकोणीय मुकाबले के बीच विधानसभा चुनावों में पार्टी को जीत की ओर ले जाने की उम्मीद करेगी।
विगत एक साल में भाजपा ने बदले 4 राज्यों के मुख्यमंत्री:
भाजपा ने गत एक वर्ष में 4 राज्यों मुख्यमंत्री बदले हैं। पिछले साल जुलाई 2021 में पार्टी ने तीरथ सिंह रावत को हटाकर पुष्कर सिंह धामी को उत्तराखंड का सीएम बनाया था।
वहीं उसी महीने कर्नाटक के सीएम बीएस येदुरप्पा को इस्तीफा दिलाकर बसव राज बोम्मई को मुख्यमंत्री बनाया।
इसके बाद सितंबर में पार्टी ने विजय रूपाणी को हटाकर भूपेंद्र पटेल को गुजरात का मुख्यमंत्री बनाया था।
अब त्रिपुरा में यह बदलाव देखने को मिल रहा है।
मुख्यमंत्री की नियुक्ति:
संविधान के अनुच्छेद 164 यह प्रावधान करता है कि मुख्यमंत्री की नियुक्ति राज्यपाल करेगा।
विधानसभा चुनावों में पार्टी के एक बहुमत प्राप्त नेता को राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त किया जाता है।
राज्यपाल के पास नाममात्र का कार्यकारी अधिकार है, लेकिन वास्तविक कार्यकारी अधिकार मुख्यमंत्री के पास है।
हालाँकि राज्यपाल द्वारा प्राप्त विवेकाधीन शक्तियाँ राज्य प्रशासन में मुख्यमंत्री की शक्ति, अधिकार, प्रभाव, प्रतिष्ठा और भूमिका को कुछ हद तक कम कर देती हैं।
एक व्यक्ति जो राज्य विधानसभा का सदस्य नहीं है, उसे छह महीने के लिये मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त किया जा सकता है, उस समयसीमा के भीतर उसे राज्य विधानसभा की सदस्यता ग्रहण करनी होगी, ऐसा न करने पर उसे मुख्यमंत्री पद का त्याग करना होता है।
त्रिपुरा के राज्यपाल : सत्यदेव नारायण आर्य
https://www.testwale.com/current-affairs/hindi/dr-manik-saha-sworn-in-as-chief-minister-of-tripura/
