25 मई 2022 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) ने हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड (एचजेडएल) में सरकार की शेष 29.5 प्रतिशत हिस्सेदारी की बिक्री को मंजूरी दी।
- भारत सरकार ने 2022-23 वित्तीय वर्ष के लिए 65,000 करोड़ रुपये के विनिवेश का लक्ष्य रखा है।
- हिंदुस्तान जिंक देश में जस्ता-सीसा और चांदी का एकमात्र एकीकृत उत्पादक है।
- हिंदुस्तान जिंक कंपनी की स्थापना 1996 में भारत सरकार द्वारा की गई थी।
- 2022 में सरकार ने अनिल अग्रवाल की वेदांता स्टरलाइट इंडस्ट्रीज को रणनीतिक बिक्री के जरिए कंपनी में अपनी 26% इक्विटी बेच दी।समूह ने फिर एक खुली पेशकश के माध्यम से अतिरिक्त 20 प्रतिशत का अधिग्रहण किया। फिलहाल कंपनी में इसकी 64.92 फीसदी हिस्सेदारी है।
विनिवेश के लिए कृपया 19 मई की पोस्ट भी देखें
https://www.testwale.com/current-affairs/hindi/government-approve-the-sale-of-its-residual-stake-in-hindustan-zinc-limited/