भारत ने आयोजित किए एससीओ-आरएटीएस बैठक

 

भारत 16 मई 2022 को नई दिल्ली में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की एंटी टेरर बॉडी रीजनल एंटी टेररिस्ट स्ट्रक्चर (आरएटीएस) बैठक का आयोजन किया है।

  • इस बैठक में एससीओ के सभी सदस्य देश भाग ले रहे हैं। इसमें पाकिस्तान से तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल भी शामिल हुआ है।

  • पाकिस्तान का डेलीगेशन 14 मई 2022 को वाघा वॉर्डर से भारत पहुंचा। पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल 20 मई तक भारत में रहेगा।

  • चीन इस बार की बैठक में कोरोना के चलते भाग नहीं ले पाया।

आरएटीएस का मुख्य उद्देशय:

  • आरएटीएस का मुख्य उद्देशय क्षेत्र में आतंकवाद, अलगाववाद से मुकाबला करना है। एससीओ 2001 में अस्तित्व में आया था। साल 2017 में भारत और पाकिस्तान इसके सदस्य बने थे।

एससीओ सदस्य देशों के डिप्टी फॉरेन मिनिस्टर्स मास्को में मिले:

  • उल्लेखनीय है कि एससीओ सदस्य देशों के डिप्टी फॉरेन मिनिस्टर्स ने मास्को में मिले थे, जहां उन्होंने अफगानिस्तान में जल्द से जल्द एक समावेशी सरकार के बनाने पर चर्चा की थी।

  • तालिबान के सत्ता में आने के बाद अफगानिस्तान कई तरह की समस्याओं से जूझ रहा है।

अफगानिस्तान पर तीसरी क्षेत्रीय सुरक्षा बैठक:

  • इससे पहले नवंबर में, अफगानिस्तान पर तीसरी क्षेत्रीय सुरक्षा बैठक नई दिल्ली में आयोजित की गई थी। इसमें भारत, ईरान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषदों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों ने भाग लिया था। बैठक में अफगानिस्तान के हालातों पर चर्चा की गई थी।

शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ):

  • शंघाई सहयोग संगठन 15 जून, 2001 में ‘शंघाई फाइव’ के विस्तार के बाद अस्तित्त्व में आया था।

  • शंघाई फाइव का गठन रूस, चीन, कज़ाखस्तान, किर्गिज़स्तान और ताजिकिस्तान ने साथ मिलकर वर्ष 1996 में किया था।

  • वर्ष 1996 में ‘शंघाई-5’ का गठन विसैन्यीकरण वार्ता की श्रृंखलाओं से हुआ था, जो चीन के साथ चार पूर्व सोवियत गणराज्यों ने सीमाओं पर स्थिरता के लिये किया था।

  • वर्ष 2001 में उज़्बेकिस्तान के संगठन में प्रवेश के बाद ‘शंघाई-5’ को एससीओ नाम दिया गया।

  • वर्ष 2017 में भारत तथा पाकिस्तान को इसके सदस्य का दर्जा मिला।

https://www.testwale.com/current-affairs/hindi/india-organises-sco-rats-meeting/


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