नेपाल की यात्रा करने वाली भारतीय रेलवे की पहली पर्यटक ट्रेन "भारत गौरव ट्रेन" मेंदो ऐसे कोच होंगे जिसमे यात्रियों को ट्रेन में योग का अभ्यास करने की सहूलियत होगी ।यह पहली बार है जब भारतीय रेलवे की ट्रेनों में इस तरह की सुविधाएं होंगी।
- इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन द्वारा शुरू की जाने वाली पहली ट्रेन 21 जून को , अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के दिन, दिल्ली के सफदरजंग स्टेशन से नेपाल के लिए अपनी 18 दिनों की यात्रा शुरू करेगी। यह नेपाल के रास्ते में 8 राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों में रामायण से जुड़े प्रमुख स्थलों को कवर करेगा।
- यह ट्रेन श्री रामायण यात्रा सर्किट का एक हिस्सा है।नेपाल की यात्रा के अलावा, भारत गौरव पर्यटक ट्रेन रामायण सर्किट पर उन भारतीय राज्यों को भी कवर करेगी जिसे भगवान राम से जुड़े तीर्थ स्थलों को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन मंत्रालय की स्वदेश दर्शन योजना के तहत पहचान की गई है ।
- यह ट्रेन अपनी 8,000 किलोमीटर लंबी यात्रा के दौरान - उत्तर प्रदेश में अयोध्या और काशी (वाराणसी), मध्य प्रदेश में चित्रकूट, बिहार में बक्सर और सीतामढ़ी, महाराष्ट्र में नासिक, कर्नाटक में हम्पी, तमिलनाडु में रामेश्वरम और कांचीपुरम , तेलंगाना में भद्राचलम और जनकपुर (नेपाल) के प्रमुख पर्यटन स्थलों को कवर करेगी।
- यह भारत से नेपाल के लिए पहली पर्यटक ट्रेन है। ट्रेन की कुल क्षमता 600 यात्रियों की होगी और लागत लगभग 65,000 रुपये प्रति व्यक्ति होगी।
भारत गौरव ट्रेन
भारत गौरव ट्रेनें भारतीय रेलवे द्वारा शुरू की गई पर्यटक ट्रेनों का एक नया खंड हैं। यह थीम बेस्ड ट्रेन होगी। थीम आधारित ट्रेनों का अर्थ है ऐसी ट्रेनें जो किसी विशेष विषय को पूरा करने के लिए चलाई जाती हैं जैसे रामायण ट्रेनें जो भगवान राम से जुड़े स्थानों पर जाती हैं या गुरु कृपा ट्रेनें जो सिख संस्कृति के स्थानों को कवर करती हैं।
- इन ट्रेनों का संचालन सरकारी स्वामित्व वाले भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) या निजी संचालको द्वारा किया जा सकता है।
- निजी कंपनी , भारतीय रेलवे से लीज पर ट्रेन ले सकती है और उन्हें इन ट्रेनों का रूट और किराया तय करने की आजादी होगी।
- ये नियमित ट्रेनें नहीं हैं, ये भारत की संस्कृति और विरासत को प्रदर्शित करने के लिए विशेष यात्री ट्रेनें हैं।
- इन यात्री ट्रेनों के पैकेज में होटल आवास, दर्शनीय स्थलों की व्यवस्था और ऐतिहासिक/विरासत स्थलों का दौरा शामिल हो सकता है।