न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (एनएसआईएल) के संचालन को एक महत्वपूर्ण बढ़ावा देते हुए , प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने कक्षा में स्थित 10 संचार उपग्रहों का स्वामित्व, भारत सरकार से एनएसआईएल को हस्तांतरण करने कीमंजूरी दे दी है।
यह अब उपग्रहों के कामकाज और रखरखाव के लिए जिम्मेदार होगा।
एनएसआईएल की वित्तीय स्वायत्तता बढ़ाने के लिए कैबिनेट ने इसकी अधिकृत शेयर पूंजी को 1000 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 7500 करोड़ रुपये करने की भी मंजूरी दी।
कैबिनेट ने अपने नोट में यह भी कहा कि इस मंजूरी से अंतरिक्ष क्षेत्र में घरेलू आर्थिक गतिविधियों को गति मिलने और वैश्विक अंतरिक्ष बाजार में भारत की हिस्सेदारी बढ़ने की उम्मीद है।
एनएसआईआईएल ने 20221 में अपना पहला मिशन आयोजित किया था ,जब उसने श्रीहरिकोटा से अमेज़ोनिया -1 और 18 सह-यात्री उपग्रहों को सफलतापूर्वक लॉन्च किया।
न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (एनएसआईएल)
यह 6 मार्च 2019 को भारत सरकार द्वारा स्थापित एक सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी है।
यह अंतरिक्ष विभाग, भारत सरकार, के प्रशासनिक नियंत्रण में है।
एनएसआईएल का कार्य
यह भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की मार्केटिंग शाखा है।
यह अपने अर्थ ऑब्जर्वेशन और संचार उपग्रहों के माध्यम से ग्राहकों को अंतरिक्ष आधारित सेवाएं प्रदान करेगा।
यह ग्राहक की मांग के अनुसार उपग्रहों का निर्माण करेगा और उन्हें लॉन्च करेगा।
यह ग्राहक की आवश्यकता के अनुसार निजी क्षेत्र के सहयोग से लॉन्च वाहनों का निर्माण करेगा।
मुख्यालय: बेंगलुरु, कर्नाटक