हर वर्ष 12 मई को अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया जाता है। यह दिवस सेवाभाव से खुद को समर्पित करने वाली नर्सों को सम्मान देने के लिए आयोजित की जाती है।
महत्वपूर्ण तथ्य :
अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस का आयोजन आधुनिक नर्सिंग की संस्थापक फ्लोरेंस नाइटिंगेल के जन्म दिवस (12 मई 1820) के उपलक्ष्य में आयोजित की जाति है। फ्लोरेंस नाइटिंगेल ने ही नोबेल नर्सिंग सेवा की शुरुआत की थी।
फ्लोरेंस नाइटिंगेल को ‘लेडी विद् द लैंप’ के नाम से जाना जाता था। फ्लोरेंस नाइटिंगेल का जन्म 12 मई को हुआ था, इसलिए साल 1974 में इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ नर्स ने 12 मई को उनकी जयंती के दिन अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाने की घोषणा की।
थीम : 'नर्सेस : ए वॉयस टू लीड- इन्वेस्ट इन नर्सिंग एंड रिस्पेक्ट राइट्स टू सिक्योर ग्लोबल हेल्थ'।
इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ नर्सेस की ओर से हर वर्ष नर्स दिवस की थीम निर्धारित की जाती है।
फ्लोरेंस नाइटिंगेल :
12 मई 1820 को जन्मीं फ्लोरेंस नाइटिंगेल ने अपना पूरा जीवन बीमार और रोगियों की सेवा में समर्पित कर दिया था।
सन् 1850 के दशक के क्रीमियन युद्ध के दौरान उन्होंने तमाम नर्सों को प्रशिक्षित किया और उनके प्रबन्धक के रूप में काम किया।
- फ्लोरेंस नाइटिंगेल की नर्सिंग सेवा ने समाज में नर्सों को सम्मानजनक स्थान दिलाया। उनके तमाम प्रयासों के बाद 1960 में आर्मी मेडिकल स्कूल की स्थापना हुई।