सऊदी अरब की पेट्रोलियम अरामको, ऐप्पल को पीछे छोड़कर विश्व की सबसे मूल्यवान कंपनी बन गई है।
महत्वपूर्ण तथ्य :
तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण तेल क्षेत्र के शेयरों में तेजी आई और टेक इंडस्ट्री के शेयरों में आई गिरावट के कारण ऐप्पल अब सऊदी अरामको के बाद विश्व की द्वितीय सबसे मूल्यवान कंपनी बन गई है।
सऊदी अरब की राष्ट्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस कंपनी सऊदी अरामको को दुनिया की सबसे बड़ी तेल उत्पादक कंपनी के रूप में भी जाता है। 11 मई को बाजार बंद होने पर सऊदी अरामको का बाजार मूल्य 2.42 ट्रिलियन डॉलर पहुंच गया है जबकि ऐप्पल का बाजार मूल्य शेयर प्राइस घटने की वजह से 2.37 ट्रिलियन डॉलर ही रह गया। पिछले एक महीने में ऐप्पल के शेयर की कीमत में काफी गिरावट देखी गई है।
इस साल के पहले तीन महीनों में मजबूत उपभोक्ता मांग के बीच ऐप्पल ने उम्मीद से बेहतर मुनाफा कमाया लेकिन इसके बावजूद शेयर की कीमत में गिरावट आई।
इसके साथ ही, ऐप्पल का अनुमान है कि चीन में कोविड-19 लॉकडाउन और आपूर्ति श्रृंखला के संकट के कारण जून तिमाही के परिणामों में 4 से 8 बिलियन डॉलर तक की कमी आ सकती है।
ऐप्पल के शेयरों में गिरावट का कारण :
कोविड से संबंधित व्यवधानों और उद्योग-व्यापी सिलिकॉन की कमी के कारण आपूर्ति की कमी ऐप्पल उत्पादों के लिए ग्राहकों की मांग को पूरा करने की इसकी क्षमता को प्रभावित कर रही है।
सऊदी अरामको के शेयरों में वृद्धि का कारण :
तेल की दिग्गज कंपनी सऊदी अरामको ने पिछले साल के शुद्ध लाभ में 124 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है।
ऐसा तब हुआ जब हाल ही में यमनी विद्रोहियों द्वारा उसकी फैसिलिटी पर हमला किया गया और उत्पादन में "अस्थायी" गिरावट आई।
अरामको की शुद्ध आय 2020 में 49.0 बिलियन डॉलर की तुलना में 2021 में 124 प्रतिशत बढ़कर 110.0 बिलियन डॉलर हो गई।
परीक्षोपयोगी तथ्य :
ऐप्पल की स्थापना : अप्रैल 1976
ऐप्पल के संस्थापक : स्टीव जॉब्स, रोनाल्ड वायने और स्टीव वोज़्निएक;
ऐप्पल के सीईओ : टीम कुक
ऐप्पल का मुख्यालय : क्यूपर्टिनो, कैलिफ़ोर्निया, यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका
सऊदी अरामको की स्थापना : 1933;
सऊदी अरामको का मुख्यालय : धहरान, सऊदी अरब;
सऊदी अरामको सीईओ : अमीन एच. नासेर