केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव 9 से 20 मई 2022 तक कोटे डी आइवर के शहर, आबिदजान में आयोजित होने वाले संयुक्त राष्ट्र कन्वेंशन ऑन कॉम्बैटिंग डेजर्टिफिकेशन (यूएनसीसीडी सीओपी15) की 15 वीं बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।
- मरुस्थलीकरण का मुकाबला करने के लिए संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (यूएनसीसीडी कॉप 15) के दलों के सम्मेलन का पंद्रहवां सत्र का विषय :भूमि, जीवन, विरासत: अभाव से समृद्धि की ओर'' पर केन्द्रित रहेगा ।
- सीओपी 15 मूल रूप से 2021 की अंतिम तिमाही में होने की उम्मीद थी, लेकिन इसे कोविड के कारण स्थगित कर दिया गया था।
- भारत ने नई दिल्ली में 2 से 13 सितंबर 2019 तक मरुस्थलीकरण का मुकाबला करने के लिए संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन के दलों के सम्मेलन के 14 वें सत्र की मेजबानी की थी और वह वर्तमान अध्यक्ष है ।
- कॉप-14 में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने घोषणा की थी कि “भारत भूमि की गुणवत्ता के क्षरण की स्थिति को रोकने और उसे बहाल करने के लिये अपनी जमीन का रकबा अब से 2030 के बीच 21 मिलियन हेक्टेयर से बढ़ाकर 26 मिलियन हेक्टेयर करेगा।”
- यूएनसीसीडी, तीन रियो सम्मेलनों में से एक है ,अन्य हैं , जलवायु परिवर्तन पर यूएन फ्रेमवर्क कन्वेंशन (यूएनएफसीसीसी) और जैव विविधता पर कन्वेंशन (सीबीडी)
- पर्यावरण और विकास पर 1992 के संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन ((यूएनसीईडी, या पृथ्वी शिखर सम्मेलन) में अपनाई गई एजेंडा 21 में यूएनसीसीडी के बारे में बातचीत का प्रस्ताव रखा गया था ।
- यूएनसीसीडी को 17 जून 1994 को पेरिस, फ्रांस में अपनाया गया था और 26 दिसंबर 1996 को आया था। इसे 196 राज्यों द्वारा अनुमोदित किया गया है।
- यूएनसीसीडी को 17 जून 1994 को अपनाया गया था, 26 दिसंबर 1996 को लागू हुआ। इसे 196 राज्यों द्वारा अनुमोदित किया गया है।
- हर साल, मरुस्थलीकरण से 12 मिलियन हेक्टेयर भूमि का क्षरण होता है और यह वैश्विक आबादी का 40% को प्रभावित करता है।
कोटे डी आइवर
यह पश्चिम अफ्रीका के तट पर स्थित है।
यह दुनिया में कोको बीन्स का सबसे बड़ा निर्यातक है। कोको बीन्स का उपयोग चॉकलेट बनाने के लिए किया जाता है।
राजधानी: यमौसुक्रोस
मुद्रा: सीएफए फ्रैंक
राष्ट्रपति: अलासेन औतारास
https://www.testwale.com/current-affairs/hindi/union-environment-minister-bhupender-yadav-to-represent-india-at-the-cop-15-summit-on-combating-desertification-in-abidjan/